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Hemkund sahib yatra: चार धाम सहित हेमकुंड साहिब यात्रा भी शुरू, लक्ष्‍मण मंदिर के भी कपाट खुले, पहले दिन आए सैकड़ों श्रद्धालु

Hemkund sahib yatra: digi desk/BHN/ शनिवार को हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोल दिए गए। उत्तराखंड में चार धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब यात्रा भी शुरू हो गई है। दोपहर करीब 12ः15 बजे इस साल की पहली अरदास हुई और साढ़े बारह बजे गुरुग्रंथ साहिब से हुक्मनामा लेकर यात्रा का शुभारंभ हुआ। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि पहले दिन सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने मत्था टेका। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि सभी यात्रियों को टीके की दोनों डोज का सर्टिफिकेट अथवा 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ऋषिकेश स्थित गुरुद्वारे में अपना पंजीकरण कराना होगा। उन्होंने बताया कि हेमकुंड साहिब आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि गोविदघाट में पंजीकरण के सत्यापन के बाद ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी।

निशान साहिब के चोले बदले गए

समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर सिखों और हिदुओं की आस्था का केंद्र हैं। संगत तड़के पांच बजे हेमकुंड साहिब के अंतिम पड़ाव घांघरिया से रवाना हुई। घांघरिया से पांच किलोमीटर की दूरी तय कर करीब साढ़े सात बजे संगत हेमकुंड साहिब पहुंची। करीब आठ बजे मुख्य ग्रंथी कुलबंत सिह के नेतृत्व में निशान साहिब के चोले बदले गए। इसके बाद पंज प्यारों की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को सच्चखंड से लाकर दरबार साहिब में सुशोभित किया गया। आमतौर पर यहां कपाट जून में खोले जाते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा कार्यक्रम में विलंब हुआ। पिछले वर्ष भी हेमकुंड साहिब यात्रा का संचालन सितंबर में ही हुआ था।

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